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नई दिल्ली: दुनिया की पॉपुलर इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप ने अपने यूजर्स को बड़ा तोहफा दिया है. अब व्हाट्सएप पर आपके मैसेज को कोई हैकर हैक नहीं कर पाएगा, न ही कोई संस्था इसे पढ़ पाएगी यहां तक कि अब सरकार भी आपके मैसेज को पढ़ नहीं सकती.
अब सिर्फ मैसेज भेजनेवाला और जिसे भेजा गया है वही पढ़ पाएगा.अब तक व्हाट्सएप के मैसेज सुरक्षा एजेंसियों से लेकर हैकर तक कोई भी इंटरसेप्ट कर सकता था, लेकिन अब मैसेज ऐसे कोड में जाएगा कि कोई नहीं पढ़ पाएगा.अब तक ऐसे मामले आते रहे हैं जिनमें व्हाट्सएप पर मैसेज को हैकर्स ने हैक कर कई खुफिया जानकारियां चुराई हैं. कई बार सरकार और सुरक्षा एजेंसियां भी सुरक्षा मामलों के चलते जरूरत पड़ने पर व्हाट्सएप को ट्रेस करती रही हैं लेकिन व्हाट्सएप के नए कदम से ऐसा नहीं हो पाएगा
दरअसल व्हाट्सएप ने यूजर्स की निजता को ध्यान में रखकर व्हाट्सऐप के मेसेज की सुरक्षा बढ़ा दी है. व्हाट्सएप के सबसे ताजा वर्जन से कॉल, मैसेज, फोटो, वीडियो, फाइल, आवाज सबकुछ खास कोड के जरिए यूजर के पास जाएगा. उस खास कोड के जरिएवो मैसेज सुरक्षित रहेगा. इस तरह से वो मैसेज भेजने वाले औरजिसे भेजा गया है तक ही रहेगा.आपको बता दें कि व्हाट्सऐप बेहद लोकप्रिय मैंसेंजर है, दुनिया भर में व्हाट्सएप के 100 करोड़ यूजर्स हैं. हाल ही में अमेरिका में ऐपल कंपनी ने निजता को प्राथमिकता देते हुए एक कथित आतंकी के आईफोन के डाटा को अमेरिकी सरकार को देने से मना कर दिया था.
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♥दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप अब पूरी तरह से सिक्योर है।
♥अब मैसेज सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई भी वॉट्सऐप मैसेज नहीं पढ़ पाएगा। वॉट्सऐप की एनक्रिप्शन पॉलिसी ऐंड्रॉयड, आईफोन, ब्लैकबेरी और विंडोज सभी प्लेटफॉर्म पर लागू की गई है। इसे सिक्यॉरिटी और प्राइवेसी के लिहाज से बेहतर कदम बताया जा रहा है। कंपनी ने मंगलवार को इस ऐप के मैसेजेस को ऐंड टु ऐंड एन्क्रिप्शन से सिक्योर करने का ऐलान किया है।
♥ऐंड टू ऐंड एन्क्रिप्शन है क्या?
♥ऐंड टू ऐंड एन्क्रिप्शन के जरिए सिर्फ सेंडर और रिसीवर ही मैसेज पढ़ सकते हैं। इसे कोई भी टेलीकॉम कंपनी ट्रेस नहीं कर सकती है। टेलीग्राम मैसेजिएंग ऐप ऐसे ही एन्क्रिप्शन को इस्तेमाल करता है। अभी तक ऐपल और ब्लैकबेरी को ही सबसे सिक्योर माना जाता था। हाल ही में ऐसा मामला अमेरिका में सामने आया था। ऐपल कंपनी ने निजता को प्राथमिकता देते हुए एक कथित आतंकी के आईफोन डाटा को अमेरिकी सरकार को देने से मना कर दिया था।
☺ऐंड टु ऐंड के जरिए एन्क्रिप्ट मैसेज 256 बिट स्ट्रॉन्ग होते हैं, जिसे हैकर्स ब्रुट फोर्स मेथड से भी क्रैक नहीं कर सकते। हालांकि कई बार इन सिक्यॉरिटी में खामी निकल ही आती है जिसका फायदा उठाकर ग्रे हैट हैकर्स इसे क्रैकज्ञान कर लेते हैं। ऐंड टु ऐंड एन्क्रिप्शन वाले वॉट्सऐप के लिए गूगल प्ले स्टोर से इसका नया अपडेट डाउनलोड करना होगा।
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